इब्ने
सफी को जन्म जात रहस्यकथा लेखक कहा जाए तो कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी! जब
तक उन्होंने लिखा, इस क्षेत्र में उन से आगे कोई नहीं था! यह शब्द , भारत
के मशहूर क्राइम फिक्शन लेखक 'सुरेन्द्र मोहन पाठक" के है! इब्ने सफी का
जन्म 1928 में हुआ था! इमरान सीरिज और जासूसी दुनिया उनके बेस्ट सेलर्स
सस्पेंस थ्रिलर सीरिज है! फरीदी और लियोनार्ड नावेल उनकी जासूस दुजिया
नावेल सीरिज में से एक है जो की इस श्रंखला का पाचवा अंक है! इसका ओरिजिनल
संस्करण सन 1952 में यही नाम से प्रकाशित हुआ था! इसका रीप्रिंट हार्पर
कालिंस द्वारा प्रकाशित किया गया है!
लिओनार्ड एक मोस्ट वांटेड ब्लैक मेलर है , जिसकी तलाश दुनिया भर के सभी देशो की पुलिस , इंटरपोल को है! वह कौन है, कैसा दीखता है अब तक कोई नहीं जानता है! यहाँ तक की उसकी तस्वीर या हुलिए का जिक्र भी पुलिस डिपार्टमेंट के पास नहीं है! लिओनार्ड पेशेवर ब्लैकमेलर होने के नाते बड़े बड़े लोगो की कमजोरिया ढूंढ कर उन्हें एक न्यूज पेपर के अलग अलग आर्टिकल्स से इस तरह ब्लैकमेल करता है की न्यूज़ पेपर रीडर को वह एक खबर लगती है लेकिन जो ब्लैकमेल हो रहा है वह समज जाता है की उसको ब्लैक मेल किया जा रहा है! इस ब्लैक मैलिंग के जरिये लियोनार्ड करोडो रूपये की फिरौती मांगता है!
डिपार्टमेंट ऑफ़ इन्वेस्टीगेशन के चीफ मिस्टर जैक्सन द्वारा इस लियोनार्ड को पकड़ने के लिए भारत भर के 6 जासूस की टीम बनायी जाती है! इनमे फरीदी भी शामिल है! फरीदी को लियोनार्ड बार बार इशारों से चुनौती एवं धमकी देता है ! ऐसे अपराधी को पकड़ना, जिसे कोई नहीं जनता और किसी ने देखा तक नहीं , फरीदी और उसके दोस्त हमीद के लिए एक सिरदर्द समान परिस्थिति है !
जबरदस्त सस्पेंस , थ्रिलर , एक्शन से भरपूर नावेल जिसका ओरिजिनल संस्करण आज की तारीख में एक काफी रेयर माना जाता है ! इसका रिप्रिंट पढ़ पाना अपने आप में एक बड़ी उपलब्धि है!
धन्यवाद !
No comments:
Post a Comment